पानी - panee,pani meaning in hindi


Meaning of panee,pani in hindi :
इसी से इसका एक पर्याय जीवन है पाणि
panee,pani ki paribhasha
एक प्रसिद्ध द्रव जो पारदर्शक, निर्गंध और स्वादरहित होता है स्थावर और जंगभ सब प्रकार की जीवसृष्टि के लिये इसकी अनिवार्य आवश्यकता है वायु की तरह इसके अभाव में भी कोई जीवधारी जीवित नही रह सकता[?] बहुत सरल और सुगम किसी पदार्थ का वह गुण या तत्त्व जिसके फल-स्वरूप उसमें किसी तरह की आभा, चमक या पारदर्शकता आती हो इज्जत उतारना इज्जत-आबरू —रहना —बचाना आबरू प्रतिष्ठा जैसे—ऐसा आदमी किस काम का जिसमें कुछ भी पानी न हो मुहा०—पानी गिराना=स्त्री के साथ उदासीनता या उपेक्षापूर्वक अथवा विशिष्ट सुख का बिना अनुभव किये यों ही मैथुन या संभोग करना (बोल-चाल) पद—गरम पानी=शराब मद्य पानी की तरह फीका या स्वादहीन पदार्थ (ख) किसी घटना या बात के प्रभाव या फल से बहुत ही लज्जित होना (किसी व्यक्ति को) पानी पानी करना=अत्यन्त लज्जित करना जैसे—मैंने इस काम को पानी कर दिया जैसे—तुमने आटा क्या गूँधा है, बिलकुल पानी कर दिया है जैसे—देहात से आते ही तुम्हें शहर का पानी लगा जैसे—(क) जब से उन्हें पहाड़ का पानी लगा है, तब से वे बराबर बीमार ही रहते हैं पद—कड़ा पानी=ऐसा जलवायु जिसमें उत्पन्न या पले हुए प्राणी ढीले और निर्बल होते हैं १॰. किसी स्थान का जल-वायु अथवा प्राकृतिक या सामाजिक परिस्थिति जिसका प्रभाव प्राणियों के शारीरिक स्वास्थ्य अथवा आचार-विचार, रहन-सहन आदि पर पड़ता है जैसे—आँख या नाक से पानी जाना (ख) दोनों में एक पानी कुश्ती हो तो अभी फैसला हो जाय दफा जैसे—अभी तो यह पेड़ तीन ही पानी का है अर्थात् इसने तीन ही बरसातें देखी हैं, या यह तीन ही वर्ष का पुराना है पानी बाँधना=जादू या टोना-टोटका करके बरसते या बहते हुए पानी की धार रोकना मुहा०—पानी उठना =आकाश में घटाओं या बादलों का आकर छाना जो वर्षा का सूचक होता है —पड़ना क्रि० प्र०—आना वर्षा (ख) कपड़ों की दो पानी की धुलाई अर्थात् दो बार धोया जाना किसी प्रकार की प्रक्रिया में हरबार होनेवाला पानी का उपयोग या प्रयोग जैसे—जहर के पानी से तलवार बुझाना (चिकित्सा आदि के प्रसंग में ऐसे पानी का उपयोग होता है जैसे—चाँदी की अँगूठी पर सोने का पानी चढ़ाना ओप लाना विलायती पानी=यंत्र की सहायता से और वाष्प के जोर से बोतलों में भरा हुआ पानी जो सम्मिश्रण, स्वाद आदि के विचार से अनेक प्रकार का होता है पद—खारा पानी=सोडा मिला हुआ वह पानी जो बंद बोतलों में पीने के लिए बिकता है किसी विशिष्ट प्रकार के गुण या तत्त्व से युक्त किया हुआ कोई ऐसा तरल पदार्थ जिसके योग से किसी दूसरी चीज में कोई गुण या तत्त्व सम्मिलित किया जाता है अथवा किसी प्रकार का प्रभाव उत्पन्न किया जाता है मुहा०—(किसी वस्तु का) पानी छोड़ना=किसी चीज में से थोड़ा-थोड़ा पानी या और कोई तरल पदार्थ रस-रसकर निकलना —निकलना जैसे—दही या नारियल का पानी, चूने या नमक का पानी, दाल या नीम का पानी इसी आधार पर यह मुहा० बना है जैसे—तुम्हारा रुपया तो हम गले गले पानी में भी चुका देंगे पानी से पहले पाड़, पुल या बाँध बाँधना=किसी प्रकार के अनिष्ट की संभावना न होने पर भी केवल आशंकावश बचाव का प्रयत्न या प्रयास करना पानी लेना=दे० ऊपर ‘पानी छूना’ पानी जमा होना पानी में फेंकना या बहाना=व्यर्थ नष्ट या बरबाद करना पानी में आग लगाना=(क) असंभव बात संभव कर दिखलाना जैसे—इस दरज से छत (या दीवार) में पानी भरता है —कोई शायर उदा०—फूले शफक तो जर्द हों गालों के सामने (ख) ऐसी व्यवस्था करना जिसमें नालियों का पानी इधर-उधर बहने न पावे जैसे—जरा सी भूल से तुमने मेरे सारे परिश्रम पर पानी फेर दिया (क) पूरी तरह नष्ट या चौपट करना पानी फूँकना=खौलते हुए पानी में उबाल आना (किसी चीज या बात पर) पानी फिरना या फिर जाना=पूरी तरह से चौपट, नष्ट या निरर्थक हो जाना विशेष—बहुत अधिक बोलने से गला सूखने लगता है, जिसे तर करने के लिए बोलनेवाले को रह-रहकर पानी का घूँट पीना पड़ता है पानी पी पीकर=बार बार शक्ति संचित करके पानी पर नींब (या बुनियाद) होना=बहुत ही अनिश्चित या दुर्बल आधार होना पानी पढ़ना=मंत्र पढ़कर पानी फूँकना (ख) पितरों का तर्पण करना (लश०) (पशुओं को) पानी दिखाना=घोड़े, बैल आदि को पानी पिलाने के लिए उनके सामने पानी भरा बरतन रखना या उन्हें जलाशय तक ले जाना पानी थामना=धार या प्रवाह के विरुद्ध नाव ले जाना पानी काटना (ग्राम्य) पानी टूटना=कूएँ, ताल आदि में इतना कम पानी रह जाना कि काम में लाया या निकाला न जा सके पानी छूना=मल-त्याग के उपरांत जल से गुदा को धोना (दे० ‘पानी फेरना’) पानी छानना=बच्चे को पहले-पहल माता निकलने के बाद तथा उसका जोर कम होने पर किया जानेवाला एक प्रकार का मांगलिक उपचार या टोटका जिसमें माता उसे बच्चे को इस प्रकार गोद में लेकर बैठती है कि भिगोये हुए चने का पानी जब बच्चे के सिर पर डाला जाता है, तब वह गिरकर माता की गोद में पड़ता है पानी चढ़ाना=सिंचाई के काम के लि खेत तक पानी पहुँचाना (ख) युद्ध क्षेत्र में सैनिकों ने पानी की तरह खून बहाया पानी की तरह बहाना=बहुत ही लापरवाही से और बहुत अधिक मात्रा या या मान में व्यय करना (ख) तैरते समय हाथों से आगे का पानी हटाना मुहा०—पानी काटना=(क) पानी की नाली या बाँध काट देना हलका पानी=ऐसा पानी जिसमें खनिज पदार्थ बहुत थोड़े हों पक्का पानी=औटाया, गरम किया या पकाया हुआ पानी नरम पानी=(क) ऐसा पानी जिसके बहाव में अधिक वेग न हो (ख) बहुत ही सहज या सुगम पानी भर खाल=मनुष्य का क्षणभंगुर और सारहीन शरीर बहुत अधिक सस्ता (ख) ऐसी तरकारियाँ, साग आदि जिनमें जलीय अंश बहुत अधिक हो पानी की पोट=ऐसा पदार्थ जिसमें अधिकतर पानी ही पानी हो पानी की तरह पतला=(क) अत्यन्त तुच्छ या हीन नाशवान् पानी का बुलबुला=बुलबुले की तरह क्षण भर में नष्ट हो जानेवाला बुदबुद बारी कुछ अवस्थाओं में इसकी कोमलता, तरलता, शीतलता, सरसता आदि गुणों के आधार पर भी इसके कई मुहावरे बनते हैं किसी तल के छोटे-छोटे छिद्रों से आने या निकलने के प्रसंग में इसके साथ आना चूना, छूटना, टपकना, निकलना, रसना आदि क्रियाएँ लगती हैं और अधिक ताप पाकर उबलने या खौलने लगता है अथवा भाप बनकर उड़ जाता है भारतीय दर्शन में इसकी गणना पंच महाभूतों में होती है परन्तु आधुनिक रासायनिक अनुसंधान के अनुसार यह दो तिहाई हाइड्रोजन तथा एक तिहाई आक्सिजन का मिश्रण है जल वह प्रसिद्ध निर्गंध पारदर्शी और पर्ण-हीन तरल या द्रव पदार्थ जो झील, नदियों, समुद्रों आदि में भरा रहता है तथा बादलों से वर्षा के रूप में पृथ्वी पर बरसता है और जो नहाने-धोने, पीने, खेत सींचने आदि के काम में आता है विशेष—वायु के उपरांत जल या पानी जीव-जंतुओं वनस्पतियों आदि के पालन-पोषण तथा वर्धन के लिए सबसे अधिक आवश्यक है इसलिए संस्कृत में इसे ‘जीवन’ भी कहते हैं अधिक सरदी पड़ने पर यह जमकर बरफ बन जाता है वर्षा के प्रसंग में इसके साथ आना, गिरना, पड़ना, बरसना आदि जलाशयों के तल के विचार से उतरना, चढ़ना आदि और कूएँ के मूल सोते के विचार से आना, टूटना, निकलना आदि क्रियाओं का प्रयोग होती है किसी आधान में या स्थल पर एकत्रित राशि के संबंध में प्रसंग के अनुसार ठहरना, बहना, रुकना आदि क्रियाओं का भी प्रयोग होता है पद—पानी का आसरा=नाव की बारी पर लगा हुआ कुछ झुका हुआ वह तख्ता जिस पर छाजन की ओलती का पानी गिरता है (लश०) पानी का बतासा=(क) बुलबुला (ख) दे० नीचे ‘पानी का बुलबुला’ क्षण-भंगुर विनाशशील (ख) बहुत कम महत्त्व का जिसमें पानी के सिवा और तत्त्व बहुत कम हो पानी के मोल=प्रायः उतना ही सस्ता जितना पीने का पानी होता है पानी देना=वंशज जो पितरों को पानी देता अर्थात् उनता तर्पण करता है पानी से पतला=(क) बहुत ही तुच्छ या हीन कच्चा पानी=ऐसा पानी जो औटाया या पकाया हुआ न हो (ख) ऐसा पानी जिसमें खनिज तत्त्व अपेक्षया कम हों भारी पानी=वह पानी जिसमें खिनज पदार्थ अधिक मात्रा में मिले हों नरम पानी एक नाली में से दूसरी में पानी ले जाना पानी चीरना जैसे—(क) उन्होंने लाखों रुपए पानी की तरह बहाँ दिए पानी के रेले में बहाना=दे० ऊपर ‘पानी की तरह बहाना’ (किसी चीज पर) पानी चलाना=चौपट या नष्ट करना (कहते हैं कि यह उपचार माता की गोद सदा भरी-पूरी रखने के लिए किया जाता है) आबदस्त लेना पानी तोड़ना=नाव खेने के समय डाँड़ या बल्ली से पानी चीरना या हटाना (मल्लाह) धार पर चढ़ाना पानी देना=(क) सींचने के लिए क्यारियों, खेतों आदि में पानी डालना पानी न माँगना=भीषण आघात लगने पर ऐसी स्थिति में आना या होना कि पीने के लिए पानी तक माँगने की शक्ति न रह जाय जल अभिमंत्रित करना पानी परोरना=दे० ऊपर ‘पानी छानना’ जैसे—पानी पी पीकर किसी को कोसना इसी आधार पर यह मुहा० बना है बिलकुल तत्वहीन या निःसार हो जाना (किसी चीज या बात पर) पानी फेरना या फेर देना (ख) सारा किया-धरा विफल या व्यर्थ कर देना पानी बराना=(क) छोटी नालियाँ बनाकर और क्यारियाँ काटकर खेत सींचना (किसी का किसी के सामने) पानी भरना=किसी की तुलना में बहुत ही तुच्छ या हीन सिद्ध होना पानी भरे घटा तेरे बालों के सामने (कहीं) पानी मरना=किसी स्थान पर पानी का एकत्र होकर सोखा जाना या किसी संधि में प्रविष्ट होकर वास्तु-रचना को हानि पहुँचाना (किसी के सिर) पानी मरना=किसी का ऐसी स्थिति में आना या होना कि उस पर किसी प्रकार का आक्षेप, आरोप या कलंक हो या लग सके या उसे किसी बात से लज्जित होना पड़े (ख) जहाँ लड़ाई-झगड़े की कोई संभावना न हो, वहाँ भी लड़ाई-झगड़ा खड़ा कर देना (कहीं) पानी लगना=किसी स्थान पर पानी इकट्ठा होना (दाँतों में) पानी लगना=पानी की ठंढक से दाँतों में टीस होना पानी सिर से (या पैर से) गुजरना=दे० ‘सिर’ के अंतर्ग० गले गले पानी में=लाख कठिनाइयाँ होने पर भी विशेष—बाढ़ आने पर आदमी का धड़ डूबता है और गले तक पानी आता है तब मृत्यु या विनाश समीप दिखाई देता है उक्त तत्त्व का कोई ऐसा रूप जो किसी दूसरे पदार्थ में से आपसे आप या उबालने आदि पर निकला हो या उस पदार्थ के अंश से युक्त हो क्रि० प्र०—आना —रसना जैसे—पकाने पर किसी तरकारी का पानी छोड़ना जैसे—जहर का पानी, मुलम्मे का पानी मीठा पानी=उक्त प्रकार का वह पानी जिसमें नींबू आदि का सत्त मिला रहता है मुहा०—(किसी चीज पर) पानी चढ़ाना, देना या फेरना=किसी तरल पदार्थ या घोल के योग से किसी वस्तु में चमक लाना जिला करना (किसी चीज से) पानी बुझाना=ईंट, धातु-खंड या ऐसी ही और कोई चीज आग में अच्छी तरह तपाकर और लाल करके इसलिए तुरंत पानी में डालना कि उसका कुछ गुण या प्रभाव पानी में आ जाय ) (कोई चीज किसी) पानी में बुझाना=किसी विशिष्ट क्रिया से तैयार किये हुए पानी में कोई चीज गरम करके इसलिए डालना कि उस चीज में उस पानी का कोई विशिष्ट गुण या प्रभाव आ जाय उक्त के आधार पर काट करनेवाली चमकदार और बढ़िया तलवार या ऐसा ही और कोई बड़ा अस्त्र जैसे—(क) तीन पानी का गेहूँ अर्थात् ऐसा गेहूँ जिसकी फसल तीन बार सींची गई हो आकाश से जल की होनेवाली वृष्टि मेह —गिरना —बरसना पानी टूटना=लगातार होनेवाली वर्षा बन्द होना या रुकना प्रतिवर्ष होनेवाली वर्षा के विचार से, पूरे एक वर्ष का समय उक्त के आधार पर कोई काम एक बार या हर बार होने की क्रिया या भाव जैसे—(क) वहाँ मुसलमानों और राजपूतों में कई पानी भिडंत हुई थी शरीर के किसी अंग के क्षत में से विकार आदि के रूप में निकलने रसनेवाला तरल अंश या पदार्थ मुहा०—पानी उतरना=आँतों या पेट का पानी उतर कर नीचे अंडकोश में आना और एकत्र होना जो एक प्रकार का रोग है जैसे—अच्छे पानी का घोड़ा मुहा०—(किसी व्यक्ति को कहीं का) पानी लगना=(क) किसी स्थान के जलवायु का शरीर पर दूषित या हानिकारक परिणाम या प्रभाव होना (ख) कहीं के दूषित वातावरण या परिस्थितियों का प्रभाव पड़ना वह जो पानी की तरह कोमल, गीला, ठंडा, नरम या सरस हो मुहा०—(काम को) पानी करना=बहुत ही सरल, सहज, साध्य या सुगम कर डालना (किसी व्यक्ति को) पानी करना या कर देना=कठोरता, क्रोध आदि दूर करके शांत या सरस कर देना (किसी का) पानीपानी होना=(क) मन की कठोर वृत्ति का सहसा बदलकर बहुत ही कोमल हो जाना (किसी का) पानी होना या हो जाना=उग्रता, क्रोध आदि का पूरी तरह से शमन होना और उसके स्थान पर दया, नम्रता आदि का आविर्भाव होना जैसे—दूध क्या है, निरा पानी है शराब पुरुष का वीर्य या शुक्र (बाजारू)१५. पुरुषत्व, मान-प्रतिष्ठा आदि के विचार से मनुष्य में होनेवाला अभिमान, वीरता या ऐसा ही और कोई तत्त्व या भावना मान इज्जत क्रि० प्र०—जाना —रखना पद—पत-पानी=प्रतिष्ठा और सम्मान मुहा०—(किसी का) पानी उतारना या उतार लेना=अपमानित करना (किसी को) बे-पानी करना=अपमानित या अप्रतिष्ठित करना जैसे—मोती या हीरे का पानी उदा०—गुलिस्ताँ के बाद फारसी की और किताबें पानी हो गई थीं
अँग्रेज़ी अर्थ उदाहरण
Suggested :
अधिक वस्तु accessory
Helmets are classified as an accessory or an item of clothing by others.
उचित fair
It hosts the annual Art Forum - an international art fair
खड़ stand
The opening page of Matthew may stand as an example.
चिंता interest
On the other hand, King John VI showed little interest in returning to Europe.
उदवृत्त wild
Due to their wild nature
panee,pani अक्षरों की संख्या: 4 व्यंजन मात्रासहित । इस शब्द का प्रयोग हिंदी में संज्ञा के रूप में किया जाता है और यह पुर्लिंग वर्ग में आता है । जिसकी उत्पत्ति संस्कृत शब्द के परिवर्तन द्वारा हुई है। Transliterate in english : paanii
Related spellings : paanee,panee,paani

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