हाथ - hath meaning in hindi


Meaning of hath in hindi :
हस्त
hath ki paribhasha
मनुष्य, बंदर आदि प्राणियों का वह दंडाकार अवयव जिसमें वे वस्तुओं को पकड़ते या छूते हैं बाहु से लेकर पंजे तक का अंग, विशेषतः कलाई और हथेली या पंजामुठिया जैसे—आज-कल हमारे यहाँ चार हाथ कम हो गये हैं जैसे—आओ, हमसे भी दो हाथ खेल लो मुहा०—हत्थ मारना=दाँव या बाजी जीतना जैसे—तुम तो अपना हाथ चल चुके, अब हमारा हाथ है हाथ से खेले जानेवाले खेलों में हर खिलाड़ी के खेलने की बारी हाथ से किया जाने वाला कोई काम या उसे करने का कोई खास ढंग किसी कार्य के संचालन में होनेवाला किसी का अंश या प्रेरणा हाथों कलेजा उछलना=(क) कलेजे में बहुत धडकन होना मुहा०—हाथ भर का कलेजा होना=(क) बहुत अधिक साहसी होना (क्यूबिट) जैसे—दस हाथ की धोती लम्बाई की एक नाप जो मनुष्य की कोहनी से लेकर पंजे के छोर तक मानी जाती है (किसी को) हाथों में रखना=बहुत ही आदर या प्रेमपूर्वक अपने पास या साथ रखना किसी काम के योग्य न रहने देना या बिल्कुल न रहने देना (क) कोई विकट काम करने से पहले यह देखने के लिए उसका आरंभ या परीक्षण करना कि यह काम हमसे पबरा हो सकेगा या नहीं मिलना जैसे—१२ के दो रखे, हाथ लगा १ (कुछ) हाथ लगना=(क) किसी प्रकार की प्राप्ति होना (किसी चीज में) हाथ लगना=किसी चीज का उपयोग या व्यय आरम्भ होना (किसी काम में किसा का) हाथ लगना=किसी प्रकार का संपर्क या संबंध स्थापित होना (किसी काम में) हाथ लगना=कार्य आरंभ होना (ख) किसी की कसम खाने के लिए उसका सिर छूना (किसी के) सिर पर हाथ रखना=(क) किसी को अपने आश्रय या संरक्षण में लेना जैसे—आज तुमने भी उस पर अच्छा हाथ रखा, जिससे वह चुप हो गया हाथ में रँगना=अनुचित रूप से धन प्राप्त करना (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) हाथ में करना=अपने अधिका या वश में करना उदा०—मीडत हाथ, सीस धुनि ठोरत, रुदन करत नृप पारथ (ख) लेन-देन आदि का अथवा और किसी प्रकार का संपर्क या संबंध स्थापित रखना (ख) पछताना —जायसी उदा०—अब पछताव दरब जस जोरी हाथ मरोड़ना=हाथ मलना उदा०—मैं निरगुनिया गुन नहिं जानी, एक धनी के हाथ बिकानी (किसी के आगे) हाथ बाँधे खड़े रहना=हाथ जोड़कर सदा सेवा में उपस्थित रहना (किसी के काम में) हाथ बँटाना=किसी के काम में सम्मिलित होना जैसे—किसी के माल पर हाथ फेरना —सूर (ख) पूरी तरह से किसी के अधीन या वशवर्ती होना उदा०—मीराँ गिरिधर हाथ बिकानी, लोग कहे बिगरी (ख) वृद्धावस्था के कारण बहुत शिथिल हो जाना हाथ-पैर फूल जाना=घबराहट, भय आदि के कारण इतना विचलित होना कि कुछ करते-धरते न बने हाथ-पैर करते हुए नये और मनमाने ढंग से आचरण करने लगना हाथ-पैर निकालना=(क) मोटा-ताजा होना (किसी के आगे) हाथ-पैरे जोड़ना=बहुत दीनतापूर्वक अनुनय-विनय करना मुहा०—हाथ-पैर चलाना, मारना या हिलाना=(क) जीविका-निर्वाह के लिए कोई काम-धंधा करना विशेष—हिंदुओं में यह प्रभा है कि विवाह से एक दो दिन पहले वर और वधू के हाथों और पैरों पर हल्दी और तेल लगा देते हैं उदा०—मुट्ठी बाँधे आया है, हाथ पसारे जायगा हाथ पसारे=खाली हाथ (ख) कोई लाभदायक परिणाम या फल न मिलना (किसी के) हाथ पर हाथ मारना=प्रतिज्ञा, वचन आदि का पालन करने की दृढ़ता या निश्चय सूचित करने के लिए किसी की हथेली पर अपनी हथेली जोर से पटकना या मारना हाथ पर हाथ धरे बैठे रहना=खाली बैठे रहना —कबीर किसी के पल्ले पड़ना (ग) पाणि-ग्रहण या विवाह करके पत्नी बनाना (किसी का) हाथ पकड़ना=(क) किसी को कोई काम करने से रोकना (किसी स्त्री का हाथ) न होना=मासिक धर्म या रजस्वला होने के कारण घर-गृहस्थी के काम करने के योग्य न होना (ख) कुछ भी दबाव या नियन्त्रण सहन न करना हाथ न रखने देना=(क) बातों में जरा भी न आना (ख) प्राप्ति की आशा छोड़ देना (किसी का) हाथ धरना=दे० नीचे ‘हाथ पकड़ना’ (ख) इशारा या संकेत करना (किसी को) हाथ देना=(क) सहारा देना (किसी चिकित्सक को) हाथ दिखाना=रोग का निदान कराने के लिए चिकित्सक से नाडी की परीक्षा कराना हाथ दबाकर खर्च करना=जहाँ तक हो सके, कम खर्च करना (ख) असमंजस या कठिनता में पड़ना हाथ तंग होना=हाथ में व्यय के लिए यथेष्ट धन न होना (ख) किसी से छेड़-छा़ड़ करना हस्तक्षेप करना (किसी काम में) हाथ डालना=(क) किसी काम में योग देना, सम्मिलित होना या उसका सम्पादन आरंभ करना हाथ झुलाते या हिलाते आना=कुछ भी करके या लेकर न लौटना अच्छी तरह हाथ चलाना जैसे—तुम्हारा क्या, तुम तो हाथ झाड़कर खड़े हो जाओगे सारा खर्च हमारे सिर पड़ेगा हाथ झाड़कर खड़े हो जाना=खाली हाथ दिखा देना (दूर से) हाथ जोड़ना=बिलकुल अलग या दूर रहना (किसी को) हाथ जोड़ना=(क) अभिवादन, नमस्कार या प्रणाम करना प्रहार करना हाथ छूटना=किसी को मारने के लिए हाथ उठना (किसी के) हाथ चूमना=किसी की कला, निपुणता आदि पर मुग्ध होकर उसके हाथों का भरपूर आदर या सम्मान करना (ख) मारने के लिए हाथ उठाना हाथ गरम होना=किसी प्रकार की आर्थिक प्राप्ति या लाभ होना हाथ खुला होना=दान, व्यय आदि के संबंध में उदार प्रवृत्ति होना हाथ खुलना=किसी में मारने-पीटने की प्रवृत्ति का अरंभ होना हाथ खुजलाना=(क) किसी को मारने को जी करना (ख) करने के लिए कोई काम हाथ में न होना जैसे—जब वह तुम्हारे हाथ के नीचे आ ही गया, जब कहाँ जा सकता है ! हाथ खाली जाना=प्रहार या वार का ठीक लक्ष्य पर न बैठना हाथ के नीचे या हाथ-तले आना=अधिकार या वश में आना (ख) साधन, सहायक आदि से रहित हो जाना (किसी के आगे) हाथ जोड़ना=दे० नीचे ‘गाथ पसारना या फैलाना’ (किसी पर) हाथ उठाना=किसी को मारना, पीटना या किसी प्रकार का आघात करना (किसी को) हाथ उठाता=अभिवादन, नमस्ते या सलाम करना उदा०—हम हाथ उठा बैठे दुआओं के असर से (किसी काम या बात से) हाथ उठाना=अलग या दूर होना (किसी को) हाथ उठाकर देना=अपनी इच्छा, उदारता या प्रसन्नता से किसी को कुछ देना उदा०—जलाकर हिज्र ने मारा, कजा के हाथ क्या आया ?—कोई शायर मुहा०—(कोई चीज) हाथ आना=प्राप्त होना तो वाँ भी लगे हाथ यही ख्वारी गई है (ख) सात ही साथ लगे हाथ (या हत्थों)=(क) जिस समय कोई काम हो रहा हो, उसी समय और उसके साथ ही साथ रँगे हाथ (या हाथों)=कोई अपराध करते समय उसके प्रमाण के साथ तुरन्त जैसे—बात की बात में सारा सामान हाथों-हाथ उठकर दूसरे मकान में चला गया हाथों-हाथ से मारफत जैसे—रुपया-पैसा तो उनके लिए हाथ-पैर की मैल है (ख) जिसका आघात, युक्ति या वार ठीक और पूरा काम करता हो हाथ का दिया=जो दान के रूप में या परोपकार के लिए दिया गया हो पद—हाथ का चक्का=जो ठीक तरह से या दक्षतापूर्वक काम न कर सकता हो (ख) मनुष्यों के संबंध में यह अंग उनकी क्रियाशीलता या कर्मठता, अधिकार या वश, उदारता, कृपणता, चतुरता, दक्षता आदि का भी सूचक होता है हस्त मनुष्य के शरीर में कंधे से उँगलियों तक का वह अंग, जिससे अधिकतर काम किये जाते हैं और चीजें खाई, पकड़ी या ली-दी जाती हैं कर विशेष—(क) वानर जाति के प्राणियों में उनके अगले दोनों पैर और पक्षियों में उनके दोनों पैर ही मनुष्य के हाथों का बहुत कुछ काम देते हैं आज-कल अँगरेजी के अनुकरण पर यह शब्द काम करनेवाले व्यक्तियों का भी वाचक हो गया है हाथ का झूठा=चोर, धोखेबाज या बेईमान हाथ का सच्चा=(क) जो लेन-देन आदि में किसी प्रकार का छल या बेईमानी न करता हो हाथ या पैर की मैल=बहुत ही तुच्छ पदार्थ या वस्तु हाथ से=द्वारा जैसे—उसी के हाथ से तो किताबें भी भेजी थीं हाथों हाथ=(क) एक के हाथों से दूसरे के हाथों में होते हुए (ख) तत्काल जैसे—यहाँ तो माल आते ही हाथों-हाथ बिक जाता है जैसे—खूनी (या चोर) रँगे हाथों पकड़ा गया जैसे—जब आप संशोधन कर ही रहे हैं, तब लगे हाथ इस कविता का भी संशोधन कर दीजिए उदा०—पनघट पे जो अपनी कभी असवारी गई है —नजीर मिलना हाथ उठाकर कोसना=ईश्वर से यह प्रार्थना करते हुए कोसना कि हमारा शाप पूरा हो जैसे—हमें तो तुम जो कुछ हाथ उठाकर दे दोगे, वही हम खुशी से ले लेंगे बाज आना —कोई शायर जैसे—वे जिधर जाते थे, उधर सब लोग हाथ उठाते थे हाथ ऊँचा होना=दान, व्यय आदि के लिए मन में सदा उदारता का भाव रखना हाथ कटना या कट जाना=(क) प्रतिज्ञा, लेख्य आदि से इस प्रकार बद्ध हो जाना कि उसके विपरीत कुछ किया न जा सके जैसे—भाई के मरने से उनके हाथ कट गये चंगुल में फँसना हाथ खाली होना=(क) व्यय करने के लिए कुछ भी पास न होना (किसी काम या बात से) हाथ खींचना=कोई काम करते करते सहसा उससे अलग या दूर होना, अथवा उसमें त्रुटि या शिथिलता करने लगना (ख) आर्थिक प्राप्ति या लाभ का योग या लक्षण दिखाई देना जैसे—इसी तरह अगर उसका हाथ खुल गया, तो वह तुम्हें रोज मारने लगेगा जैसे—उनका हाथ खुला था, इसलिए थोड़ी ही दिनों में सारी पूँजी खत्म हो गई हाथ चलना=(क) किसी काम में हाथ का हिलना-डोलना (ग) व्यय आदि के लिए उचित या यथेष्ट आय अथवा प्राप्ति होना जैसे—इस चित्र को देखकर जी चाहता है कि चित्रकार के हाथ चूम लूँ (किसी पर) हाथ छोड़ना= मारना-पीटना (किसी काम में) हाथ जमना, बैठना, मँजना या सधना=कोई काम करने का ठीक और पूरा अभ्यास होना (ख) किसी प्रकार का अनुग्रह या कृपा प्राप्त करने के लिए अनुनय-विनय करना किसी प्रकार का संपर्क या संबंध न रखना कह देना कि मेरे पास कुछ नहीं है या मुझसे कुछ नहीं हो सकता (किसी काम में) हाथ झाड़ना=खूब चालाकी, फुरती या सफाई दिखाना जैसे—लड़ाई में योद्धाओं ने तलवारों के खूब हाथ झाड़े खाली हाथ आना (ख) दखल देना (किसी पर) हाथ डालना=(क) किसी को मारना-पीटना जैसे—मेले में उसने किसी स्त्री पर हाथ डाला या, इसलिए लोगों ने उसे खूब मारा हाथ दबना=(क) पास में यथेष्ट धन न होना जैसे—अभी तो इस मुकदमे के कारण हमारा हाथ दबा है (किसी काम में) हाथ दिखाना=हाथ का कौशल या निपुणता दिखाना (किसी ज्योतिषी को) हाथ दिखाना=भविष्य या भाग्य का हाल जानने के लिए हथेली की रेखाओं आदि की परीक्षा कराना सहायक होना (ग) दे० ‘हाथ मिलाना’ (किसी चीज से) हाथ धोना=(क) गँवा या खो देना हाथ धोकर पीछे पड़ना=पूरी तरह से प्रयत्न में लग जाना जैसे—उसे कैसे राजी करें, वह हाथ तो रखने ही नहीं देता जैसे—यह घोड़ा इतना तेज है कि हाथ नहीं रखने देता जैसे—आज बहू का हाथ नहीं था, इसलिए माता जी को रसोई बनानी पड़ी (ख) किसी के सहायक बनकर उसे अपने आश्रय या शरण में लेना (किसी के) हाथ पड़ना या हाथ में पड़ना=किसी के अधिकार या वश में होना उदा०—छाड़हु पाखंड मानहु बात नाहिं तो परिहौ जम के हाथ हाथ पर नाग खेलना=बहुत जोखिम का और विकट काम करना कुछ न करना (कुछ) हाथ पल्ले न पड़ना=(क) कुछ भी प्राप्ति न होना (किसी के आगे) हाथ पसारना या फैलाना=कुछ पाने या माँगने के लिए हाथ आगे करना बिना कुछ किए (कहा०) (लड़की के) हाथ पीले करना=लड़की का किसी के साथ विवाह कर देना इसी से उक्त मुहा० बना है (ख) किसी उद्देश्य या कार्य की सिद्धि के लिए प्रयत्न करना हाथ-पैर जोड़ना=बहुत दीनतापूर्वक अनुनय-विनय करना (ख) नियंत्रण, मर्यादा आदि का उल्लंघन करते हुए नये और मनमाने ढंग से आचरण करने लगना हाथ-पैर पटकना या मारना=बहुत-कुछ परिश्रम या प्रयत्न करना हाथ-पैर हारना=(क) प्रयत्न करते-करते विफल होने पर साहस या हिम्मत छोड़ बैठना (किसी के) हाथ बिकना=(क) पूरी तरह से किसी का अनुयायी दास या भक्त होना —मीराँ उदा०—अजहूँ माया हाथ बिकानो (किसी चीज पर) हाथ फेरना मारना या साफ करना=चालाकी से या चुपके से कोई चीज कहीं से उड़ा या हथिया लेना (किसी व्यक्ति पर) हाथ फेरना=स्नेह पूर्वक किसी का शरीर सहलाना योग देना (किसी के) हाथ बिकना=किसी का परम अनुयायी, आज्ञाकारी और दास होना —मीराँ पछताना करहु स्वर्ग पर हाथ मरोरी हाथ मलना=(क) दोनों हथेलियाँ एक दूसरी से मिलाकर उन्हें आपस में मलना या रगड़ना जो किसी बात के लिए दुःखी होने या पछताने का सूचक है (किसी से) हाथ मिलाना=(क) किसी से भेंट होने पर उसकी हथेली अपने हाथ में लेकर प्रसन्नता और सद्भाव प्रकट करना हाथ मीड़ना=दे० ऊपर ‘हाथ मलना’ —सूर (किसी के) हाथ में किसी का हाथ देना=किसी के साथ किसी का विवाह कर देना (किसी पर) हाथ रखना=ऐसी बात करना, जिससे कोई दोषी या उत्तरदायी बनाया जा सके या कुछ दबाया जा सके (किसी के मुँह पर) हाथ रखना=किसी को बोलने से रोकना जैसे—अब आप ही इस अनाथ के सिर पर हाथ रखें हाथ रोपना=दे० ऊपर ‘हाथ पसारना’ जैसे—पुस्तक की छपाई में हाथ लग गया है जैसे—जिस काम में तुम्हारा हाथ लगेगा, वह कभी पूरा न होगा जैसे—जब मिठाई में तुम्हारा हाथ लगा है, तब वह काहे को दूसरों के लिए बचेगी गणित में जोड़ लगाते समय वह संख्या नई गिनती में आना, जो अंत की संख्या लिख लेने पर बाकी रहती है (एक चीज) हाथ लगना=प्राप्त होना हाथ लगाना=(क) हाथ से किये जानेवाले काम का अभ्यास करना (किसी चीज पर या किसी पर) हाथ साफ करना=अच्छी तरह अंत या नाश करना हाथों के तोते उड़ जाना=अचानक कोई बहुत बड़ा, अनिष्ट या दुर्घटना होने पर भौचक्का या स्तब्ध हो जाना (किसी को) हाथों हाथ लेना=बहुत आदर और सम्मानपूर्वक आवभगत या स्वागत-सत्कार करना चौबीस अंगुल का मान बीस हाथ लंबा बाँस (ख) बहुत अधिक प्रसन्नता होना (ख) बहुत अधिक प्रसन्नता होना जैसे—इस मुकदमे में उनका भी कुछ हाथ है जैसे—तलवार का हाथ, लिखावट का हाथ दाँव क्रि० प्र०—चलना आदि से अन्त तक कोई ऐसा पूरा खेल जो एक बार में हाथ से खेला जाता हो किसी कार्यालय के कार्यकर्ता औजार या हथियार का दस्ता हत्था
अँग्रेज़ी अर्थ उदाहरण
Suggested :
ओधे commissioner
The police force is headed by a commissioner
अभिसंधा speak to
She managed to speak to the Liberal Party leader
कवलना dinner
As it was the dinner hour, all the soldiers were in barracks.
बरिया start
The trade ceased at the start of the 20th century.
एषण stomach
suck in your cheeks and stomach
hath अक्षरों की संख्या: 3 व्यंजन मात्रासहित । इस शब्द का प्रयोग हिंदी में संज्ञा के रूप में किया जाता है और यह पुर्लिंग वर्ग में आता है । जिसकी उत्पत्ति संस्कृत भाषा से हुई है। Transliterate in english : haatha
Related spellings : haath,hath

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